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नए आंकड़े: तेलंगाना बोर्ड के इंटरमीडिएट पब्लिक परीक्षा 2024 के परिणाम जारी होने के कुछ घंटे बाद, दावा किया गया है कि सात छात्र(जिनमें से दो लड़कियाँ भी थीं) ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि परिणाम जारी होने के बाद पिछले 48 घंटों में इन मौतों की रिपोर्ट आई थी। कहा गया कि ये मौतें शुक्रवार को जारी किए गए परिणाम के बाद हुई थीं। महबूबाबाद के सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस ने कहा कि दो लड़कियाँ जिन्होंने आत्महत्या की थीं, उन्होंने परीक्षा में फेल हो गए थे। इन मामलों की रिपोर्ट राजेंद्रनगर, हैदराबाद के पार, खम्मम, महबूबाबाद और कोल्लूर से आई।

कहानी विस्तार से: पहला मामला मंचेरियल जिले में रिपोर्ट हुआ था जहां एक 16 साल का छात्र अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस छात्र ने चार विषयों में फेल होने थे। उन छात्रों की उम्र 16 या 17 वर्ष थी जिन्होंने आत्महत्या की थी। पुलिस ने कहा कि वे अपनी जान फांसी लगाकर, समुदाय कुएं में कूदकर या तालाब में डूबकर ली थी। इस वर्ष प्रारंभिक परीक्षा में 9.8 लाख छात्र उपस्थित हुए थे जो पहले वर्ष (कक्षा 11 के समान) में सम्मिलित हुए। प्रथम वर्ष में पास प्रतिशत 61.06% (2.87 लाख) थे। दूसरे वर्ष (कक्षा 12) में पास प्रतिशत 69.46% (3.22 लाख) थे।

एक गैर-साधारण तथ्य: 2019 में तेलंगाना में इंटरमीडिएट के परिणाम जारी होने के बाद 22 छात्रों ने आत्महत्या की थी। तेलंगाना देश में छात्रों की आत्महत्या का 5 प्रतिशत हिस्सा लेता है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार राज्य ने 2022 में 28 राज्यों में 11वें स्थान पर रहा था। महाराष्ट्र, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश छात्रों की आत्महत्या के सबसे अधिक मामले वाले तीन राज्य थे।

इस ख़बर को पढ़कर एक सच्चे इंसान की तरह लगता है कि यह नाहक तत्व बहुत ही दुखद हैं। क्या कहानी के पीछे एक और कहानी छुपी है? क्या इसका समाधान ढूँढा जा सकता है? या यह एक बड़ी समस्या का सिर्फ एक छोटा हिस्सा है? कहीं न कहीं, इसमें और गहराई से जानकारी देने की आवश्यकता है। इसे हल करने के लिए, हमें सभी तरह की संभावनाओं को विचारना होगा। इसका हल ढूँढने के लिए साझेदारी की आवश्यकता है।

इस अंजाने की दुनिया में हम सभी एक साथ मिलकर एक नया सफर शुरू कर सकते हैं। इसमें कोई उलझन नहीं है कि किसी भी छात्र की मौत एक बड़ी खोज है। इसे समझने के लिए हमें सभी को एक साथ मिलकर काम करना होगा। शायद यह सिर्फ मेरा विचार हो, लेकिन मुझे लगता है कि हमें इस बारे में और सोचना चाहिए। जब तक हम साथ मिलकर काम नहीं करेंगे, हम किसी भी मुश्किल का सामना नहीं कर सकते।